वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नहीं होती, जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है |
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जिन्हें नींद नहीं आती उन्हीं को मालूम है सुबह आने में कितने जमाने लगते है
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कितने शौक से छोड़ दिया तुमने बात करना जैसे सदियों से तेरे ऊपर कोई बोझ थे हम
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अनजान बन कर मिले थे, पता ही नहीं चला कब जान बन गए.
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मिज़ाज में थोड़ी सख्ती लाजमी है हुजूर, लोग पी जाते समंदर अगर खारा ना होता।
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समझने वाला तुम्हारी खामोशी को भी समझ लेगा , ना समझने वाला तुम्हारी चीख़ को भी शोर कहेगा ...
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एक ख्याल ही तो हूँ मैं ..याद रह जाऊँ .. तो याद रखना ..वरना...सौ बहाने मिलेंगे ...भूल जाना मुझे....
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किताबों की तरह हैं हम भी….अल्फ़ाज़ से भरपूर, मगर ख़ामोश….!!
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अच्छा लगता है 🤗 जब कोई कहता है, कोई बात नहीं, मै हूं ना तुम्हारे साथ। 🥰
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मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी
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सच्चे दोस्त हमे कभी गिरने नहीं देते,ना किसी कि नजरों मे ना किसी के कदमों मे.!!❤️
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किसे पुछूँ ? है ऐसा क्यों ?…बेजुबान सा ये जहां है ..
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मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना क्युंकी, मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे |
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अगर मुझे समझना चाहते हो तो, 😍 बस दिल से अपना समझो.....💕
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दोस्त वही जो बुरे वक़्त में साथ दे वो नहीं जो वक़्त देखकर साथ दे |💯
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काश तू सिर्फ मेरे होता या फिर मिला ही ना होता
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दहशत बनाओ तो शेर जैसी, बरना खाली डराना तो कुत्ते भी जानते है |💯
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मुझे ख़ुद को बेक़सूर सबित करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैं जानता हूँ कि मैं बेक़सूर हूँ। 💯
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क्यों गरीब समझते हैं हमें ये जहां वाले, हजारों दर्द की दौलत से मालामाल हैं हम…...!
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मैंने उसे छोड़ना ही मुमकिन समझा, कयूंकि मैं उसे बाँट नहीं सकता था.
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याद नहीं वो रूठा था या मैं रूठा था, साथ हमारा जरा सी बात पे छूटा था….!!!
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सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी, हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं।
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देखी है दरार आज मैंने आईने में..पता नहीं शीशा टुटा हुआ था या फिर मैं 🥺
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लोग कहते है समझो तो खामोशियाँ भी बोलती है, मै अरसो से खामोश हूँ, वो बरसों से बेखबर है 💔
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जो समझाए भी और समझे भी वो ही दिल के करीब होता है
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रात के अंधेरे मे तो हर कोई किसी को याद कर लेता है सुबह उठते ही जिसकी याद आए मोहब्बत उसको कहते है
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मुझे छोड़कर वो खुश है तो शिकायत कैसी.. अब मै उन्हें खुश भी न देखों तो मोहब्बत कैसी ...
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बक्श देता है खुदा उनको, जिनकी किस्मत खराब होती है…..वो हरगिज़ नहीं बक्शे जाएंगे जिनकी नियत खराब होती है |
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जरूरत और खाविश दोनों आप ही हो खुदा करे कोई एक पूरी हो जाये |🥰
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क्या नाम दूँ मैं अपनी मोहब्बत को, कि ये तेरा सिवा किसी और से होती ही नहीं..!!😍
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