मैंने उसे छोड़ना ही मुमकिन समझा, कयूंकि मैं उसे बाँट नहीं सकता था.
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काम तो कुछ करती नहीं थक जाती हूँ बस तुम्हेे सोचते सोचते...।।
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हमारे पास तो बस #तेरी यादें है,ज़िन्दगी तो उसे #मुबारक हो जिसके पास तुम हो |💔💔
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हर ख़्वाब मेरा, उम्मीद मेरी …मैं तुझसे जोड़ दूँ…
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जो हमसे जले थोड़ा साइड से चले...🔥🔥
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इतना दर्द तो मौत भी नही देती, जितनी दर्द तेरी ख़ामोशी दे रही है।
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5
लिख दू तो लफ्ज़ तुम हो, सोच लू तो ख्याल तुम हो, मांग लू तो मन्नत तुम हो, और चाह लू तो मोहोब्बत भी तुम ही हो
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इतने बड़े बनो कि जब आप खड़े हों तो कोई बैठा न रहे। 💯
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मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजूर है, लेकिन धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता..
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न कोई चेला न कोई मेला, मन मिले तो मिल जाओ मुझसे , वरना शिव भक्त चले अकेला || बम बम भोले ||
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मुझमें अपनी मुश्क मिला दी, फिर दुनिया रंगीन बना दी। मुझको अपनी सांसें कहकर, तुमने मेरी जान बचा दी।
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जब पता है देने वाला छप्पड़ फाड़ कर देता है तो अम्बुजा सीमेंट से छत्त क्यों बनाये बैठे हो कहाँ से देगा ऊपर वाला
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झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते है बाज़ की उड़ान में कभी आवाज़ नहीं होती |🦅
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कुछ लोग इश्क तो बहुत करते है किसी से, बस अपने इश्क का इज़हार नहीं कर पाते.
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किसी की आदत बनो, मोहब्बत अपने आप बन जाओगे .
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इस कदर मांगा है तुमहे दुआओं में कि, एक भी दुआ कबूल हुई, तो तुम मेरे हो जाओगे देखना...❤️❤️
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मुद्दत के बाद जिन्दगी फिर से मुस्कुराने लगी है, किसी की धडकन हमें अपना बनाने लगी है| 🥰
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जब तकलीफ़ हो जीने में तब शिव को बसा लो सीने में "हर हर महादेव"
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कितनी छोटी सी दुनिया है मेरी, एक मै हूँ और एक दोस्ती है तेरी….....!
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कभी ये मत सोचना की याद नहीं करते , हम रात की आखिरी और सुबह की पहली सोच हो तुम
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अब तो वक्त ही उसे बतायेगा, की कितने कीमती थे हम !!
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कुछ लोग जब बोल नहीं पाते , बस रो देते है ...
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जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते, ये ख़त किसलिए रखे हैं जला क्यों नहीं देते |❤️🔥
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मेरी मोहबत की मजार तो आज भी वहीं है, बस तेरे ही सजदे की जगह बदल गई..!!
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हम Single लोग हैं साहब, हम Date पर नहीं भंडारे में जाते हैं..
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शराफत की दुनिया का किस्सा खतम, अब जैसी दुनिया वैसे हम |
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अब तो खुद को भी निखारा नहीं जाता मुझसे _वे भी क्या दिन थे कि तुमको भी संवारा हमने ...?
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एक शख्स जो मुझे रोज़ सताता है, मगर सुकून भी ना जाने क्यों, उसी के साथ आता है.🥰
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ज़माने को क्यों बताऊँ क्या हो तुम मेरे लिए, तुम्हें खामोशी से चाहना भी मुझे अच्छा लगता हैं ❤️
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पैदा तो हम भी शरीफ हुए थे, पर शराफत से अपनी कभी बनी ही नहीं | 😎
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