भर्री महफ़िल में दोस्ती का ज़िकर हुआ , हमने तो सिर्फ आपकी और देखा और लोग वाह वाह कहने लगे
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तेरे मुस्कुराने का असर सेहत पे होता है लोग पूछ लेते है..दवा का नाम क्या है
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उनको लगी खरोंच का पता पुरे शहर को है, हमारे गहरे जख्म की कहीं चर्चा तक नहीं !!
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माना की तू शेर है पर ज्यादा उछल मत, हम भी शिकारी हैं ठोक देंगे..!!😠
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हम दोनों को कोई भी बीमारी नही है... फिर भी तु मेरी और मैं तेरी दवा हूँ
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हमे पता है तुम कहीं और के मुसाफिर हो हमारा शहर तो बस यूँ ही रस्ते में आया था
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कैसे भरोसा कंरू गैरो के प्यार पर, यहां अपने ही मज़े लेते है अपनों की हार पर|😠😠
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पहला प्यार बचपन की उस चोट की तरह होता है, जिसके निशान जिंदगी भर रह जाते हैं.
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जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥१॥
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अल्फ़ाज़ के कुछ तो कंकर फ़ेंको, यहाँ झील सी गहरी ख़ामोशी है।”
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वो आईना देख मुस्कुरा के बोली, बेमौत मरेगा मुझ पर मरने वाला..!!🗡️
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अगर आपका रास्ता सबसे अलग है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप खो गए है
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एक ख़्वाब था की वह भी मुझे चाहे मेरी तरह पर ख़्वाब ही रह गया
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अगर मुझे समझना चाहते हो तो, 😍 बस दिल से अपना समझो.....💕
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तेरे इश्क का सुरूर था जो खुदको बर्बाद किया, वरना दुनिया मेरी भी दीवानी थी।🥰
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कभी कभी नाराज़गी दूसरों से ज्यादा खुद से होती है |
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ना किसी से जलते है ना किसी से डरते है हम लड़कियों पर नहीं अपने दोस्तों पर मरते है
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कौन पूछता है पिंजरे में बंद परिंदों को, साहब याद वही आते है जो उड़ जाते है !!🕊️🕊️
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जिसके बदले तुम मिल जाओ, ऐसा कोई गुनाह करना चाहता हूँ.
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नींद भी नीलाम हो जाती है, बाज़ार-ए-इश्क में, किसी को भूल कर सो जाना, आसान नहीं होता। ❤️
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ज़िन्दगी से भला क्या शिकायत करें बस जिसे चाहा उसने समझा ही नही
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नाम तेरा ऐसे लिख चुके है अपने वजूद पर, कि तेरे नाम का भी कोई मिल जाए….तो भी दिल धड़क जाता है.”
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हमने कहा दीवानगी क्या होती है, उसने कहा दिल तुम्हारा हुकूमत हमारी.
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बहुत याद आते हो तुम , दुआ करो मेरी यादाश्ति चली जाये
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फर्क नहीं ❌पड़ता मुझें, कोई अमीर हो चाहे गरीब हो, ☝सच्चा इंसान तो वही है,जो किसीके दिल के करीब हो.
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वो भी बात करते है कदर की , जो खुद किसी की कदर नहीं करते...
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जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये, अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की, वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये”
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शरम उन्हें आती है, जो शरम से शरमाते है, हम तो बेशरम है, साला शरम खुद हमसे शरमाती है..
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जब शिकार का वक़्त होगा, तब हम जंगल जरुर आयेगें! 🔥
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