घमंडी नही हूं साहब बस जहां दिल ना करे वहां जबरदस्ती बात करने की आदत नहीं मेरी..!😎🙏
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दोस्त बेशक एक हो लेकिन ऐसा वह जो अल्फाज से ज्यादा खामोशी को समझे
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नींद आएगी तोह इस तरह सोयेंगे मुझे जगाने के लिया लोग रोयेंगे
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बात इतनी मधुर रखो कि, कभी खुद भी वापिस लेनी पड़े तो कड़वी ना लगे..!!❤️
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जी भर गया है तो बता दो हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…!😎
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कहा ना,सुकून मिलता है जब-जब तुम्हें सोचते हैं
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होती रहेगी मुलाकाते तुमसे, नजर से दूर हो दिल से नहीं ॥
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सब खफा है मेरे लहजे से पर मेरे हालात से वाकिफ कोई नहीं |
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यूँ ही भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के, न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है
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सिर्फ तेरे दीदार के लिये आते हैं तेरी गलियों में, वरना आवारगी के लिये तो पूरा शहर पड़ा है !!"
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हम सादगी में झुक क्या गए, तुमने तो हमे गिरा हुआ समझ लिया |😠
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मालूम है की ख़्वाब झूठे हैं और ख़्वाहिशें अधूरी हैं, पर ज़िंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियाँ भी ज़रूरी हैं |💯💯
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दर्द जब हद से ज्यादा बढ़ जाए , तो वो ख़ामोशी का रूप ले लेता है
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कभी कभी नाराज़गी दुसरो से ज़्यादा खुद से होती है |
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आखिर में खतम हो ही गए, वो रिश्ते उन लोगों से जिन्हे मिलके ये लगा था, की ये लोग जिन्दगी भर साथ देंगे |
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अब नहीं है, हमे किसी के लौटने का इंतज़ार जो मेरे थे वो मेरे साथ है, जो नहीं थे वो आजाद है...🙏🙏
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कभी फुर्सत हो तो इतना जरूर बताना, वो कौन सी मोहब्बत थी जो हम तुम्हें ना दे सके.
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रोये बगैर तो प्याज भी नही कटता, यह तो जिंदगी है जनाब, ऐसे-कैसे कट जाएगी..😭
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दिल ए नादान तू भी अजीब पागल है, तुझे सिर्फ वो चाहिए, जो तेरा हो नही सकता..|❤️❤️
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कभी-कभी किसी से ऐसा रिश्ता भी बन जाता हैं...कि हर चीज से पहले उसी का ख्याल आता है
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काश मोहब्बत में भी चुनाव होते, गजब का भाषण देते तुम्हें पाने के लिए.
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जो होकर भी ना हो.. उसका होना कैसा... नाम के रिश्तों से शिकवा कैसा..रोना कैसा....
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किसी को क्या बताएं कितने मजबूर हैं हम , चाहा है एक तुम्हें और तुम्ही से दूर है हम
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सुनो, अपनी हद में रहो, बेहद याद आने लगे हो तुम.!
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लाइफ में सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में है जिसे लोग कहते हैं तुम नहीं कर सकते
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शराफत की दुनिया का किस्सा खतम, अब जैसी दुनिया वैसे हम |
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थम के रह जाती है ज़िंदगी जब जम के बरसती है पुरानी यादें
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क्यों उसको याद करके तू आज भी रोता है, ये मतलबी दुनिया है मेरे दोस्त यहां कोई किसी का नहीं होता है।
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सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे, खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया.
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खुदा करे की किसी पर कोई फ़िदा न हो , अगर हो तो मौत से पहले जुदा न हो
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