अगर कोई लड़का आपको सच्चा प्यार करता है , तो उसकी Felling's को समझो खुद को हीरोइन मत समझो
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बहुत सोच समज कर रूठा करो अपनो से, आज कल मनाने के रिवाज नही हैं ।। 💔
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रिश्ते और पतंग जितनी उँचाई पर होते हैं काटने वालो की संख्या उतनी अधिक होती हैं😔
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जरुरी नहीं चुभे कोई बात ही, बात ना होना भी बहुत चुभता है |🥺
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निभा दिया उसने भी दस्तूर दुनिया का तो गिला कैसा पहचानता कौन है यहां मतलब निकल जाने के बाद...
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सहारे ढूंढने की जरूरत नहीं हमारी, हम अकेले ही पूरी महफ़िल के बराबर है |💪
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तुम्हारे अपनों में🙄 हमारे चाहने वाले बहुत है😊
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कौन कहता है के दोस्ती बर्बाद करती है निभाने वाला मिल जाये तोह दुनिया याद करती है
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तेरे इश्क का सुरूर था जो खुदको बर्बाद किया, वरना दुनिया मेरी भी दीवानी थी।🥰
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सुकून क्या है हम नहीं जानते, शायद ये वो है जो आपको याद कर के मिलता है.!
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तेरी नाराज़गी वाजिब है दोस्त.. मैं भी खुद से खुश नहीं हूं आजकल...
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जो जग को ना भाया उसे तूने अपनाया, किस चीज़ की लालच देंगे वो हमको जब तू ही मेरा मोह तू ही मेरी माया |
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हालातों ने खो दी इस चेहरे की मुस्कान, वरना जहाँ बैठते थे रौनक ला दिया करते थे।
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शौक हमारे भी उचे है, पर जिम्मेदारी से बढ़कर नहीं !💯
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लोगो से कहदो हमारी तक़दीर से जलना छोड़ दें, हम घर से दौलत नहीं माँ की दुआ लेकर निकलते हैं
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जहर की जरूरत नहीं इश्क में, नजर अंदाजी से ही मर जाएंगे..!!
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थोड़ी जगह दे दे मुझे तेरे पास कहीं रह जाऊं मैं खामोशियाँ तेरी सुनु ओर दूर कहीं ना जाऊं मैं
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बड़ा सोचो , जल्दी सोअचो , आगे सोचो . विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है
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तुम्हारे लिए मिट जाने का इरादा था, तुम खुद ही मिटा दोगे सोचा ना था.
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खुद की पहचान बनाने में जो मजा है, वो किसी की परछाई बनने में नहीं।💯
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अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने, ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।😊😊
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साथ बैठने की औकात नहीं थी उसकी, जिसको मैंने सर पर बिठा रखा था..!!😠
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नाराजगी है तेरी या बस बहाना रूठ जाने का, मैं खुद को भी हार जाऊं तेरे लिए, तू हक तो दे मनाने का 💞
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अगर कोई आपको, नीचा दिखाना चाहता हैं तो इसका मतलब हैं, आप उससे उप्पर हैं...
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अपनापन छलके जिस की बातों में .. सिर्फ़ कुछ ही बंदे होते है लाखों में
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अकेली रात बोलती बहुत है लेकिन सुन वही सकता है जो खुद भी अकेला हो
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आ बैठ मेरे मालिक आज बटवारा कर ही लें, सारी दुनिया तेरी और सिर्फ तूं मेरा |
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ना शाखों ने जगह दी ,, ना हवाओं ने बख्शा..! मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता . आवारा ना बनता तो क्या करता
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नसीहत अच्छी देती है दुनिया अगर दर्द किसी ग़ैर का हो
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इश्क न हुआ कोहरा हो जैसे....तुम्हारे सिवा कुछ दिखता ही नहीं....
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