कुछ लोगो को कितना भी अपने बनाने की कोशिश कर लो वो साबित कर देते है कि वो गैर ही है |
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जो खोटे सिक्के कभी न चले बाजार में, वो कमियां ढूंढ रहे हैं हमारे किरदार में!
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कुछ भी झूठ हो सकता है, मगर अकेले में बहाए आँसू नहीं.
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यह दिल ही है जिसे हारने की आदत हो गई है, वरना जहां भी हमने दिमाग लगाया है, वहां फतेह ही पाई है..!😎
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जिस दिन उसपर दिल आया था, उस दिन मौत आ जाती तो अच्छा रहता |
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जो इज्जत देगा उसी को इज्जत मिलेगी, हम हैसियत देखकर सर नहीं झुकाते 🔥🔥
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मोहब्बत तो क़ायम रहती है जनाब मोहब्बत करने वाले टूट जाते है
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अपनी ज़िन्दगी का एक अलग उसूल है, दोस्त की खातिर मुझे कांटे भी कुबूल है,
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“एक बार उसने कहा था मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना, बस फिर क्या था तबसे मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा
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चुप रहना मेरी ताक़त है कमज़ोरी नहीं, अकेले रहना मेरी चाहत है,मजबूरी नहीं।
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खामोशियाँ बोल देती हैं जिनकी बाते नहीं होती , इश्क़ वो भी करते हैं जिनकी मुलाक़ाते नहीं होती
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जिस शख्स की गलती, "गलती" ना लगे, किताब-ऐ-इश्क में उसे "महबूब कहते है ! 🥰🥰
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जिस चीज़ का तुम्हे खौफ है, उस चीज़ का हमे शौंक है।
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कौन होता है दोस्त? दोस्त वो जो बिन बुलाये आये, बेवजह सर खाए, जेब खाली करवाए, कभी सताए, कभी रुलाये, मगर हमेशा साथ निभाए
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कुछ तो सोचा होगा किस्मत ने तेरे मेरे बारे मैं, वरना इतनी बड़ी दुनिया में तुमसे ही मोहब्बत क्यों हुई
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नज़र से नज़र मिला के तुम नज़र लगा गए, ये कैसी लगी नज़र कि, हम नज़र में आ गए !!
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ख्वाहिश थी उस रिश्ते को बचाने की… और बस इक यही वजह थी मेरे हार जाने की…
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कभी फुर्सत हो तो इतना जरूर बताना, वो कौन सी मोहब्बत थी जो हम तुम्हें ना दे सके.
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हमने तो अल्फांजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए |
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अच्छी लगती है ये खामोशियाँ भी अब हर किसी को जवाब देने का सिलसिला ख़त्म हो गया।
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याद नहीं वो रूठा था या मैं रूठा था, साथ हमारा जरा सी बात पे छूटा था….!!!
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तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा |❤️
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जिनकी हँसी 😊 खूबसूरत होती है, उनके जख्म काफी गहरे होते हैं.💔
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नफ़रत की एक बात अच्छी लगी मुझे, ये मोहब्बत की तरह झूठी नहीं है साहब !!💯❤️
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इतने दर्द के बाद भी मुस्कुरा रहा हूँ ए ज़िंदगी देख तुझे कैसे हरा रहा हूँ मैं
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वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है; इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी के लिए।
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लापता होकर निकले थे मोहबत में तेरी हमें क्या पता था मशहूर हो जाएंगे ❤️
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यकीनन तुम्हें तलाशती हैं मेरी आंखें........ये बात अलग है हम ज़ाहिर नहीं होने देते.....
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कितना भी समेट लो.. हाथों से फिसलता ज़रूर है.. ये वक्त है साहब.. बदलता ज़रूर है..!!❤️
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मिट्टी के बने है साहब, घमंड हमे जचता नहीं 💯
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