शराफत की दुनिया का किस्सा खतम, अब जैसी दुनिया वैसे हम |
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“कुछ को हकीकत कुछ को ख्वाब करना है, बोहत से लोग है जिनका हिसाब करना है।”🔥🔥
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"इतने बड़े बनो कि जब आप खड़े हों तो कोई बैठा न रहे !"
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कभी कभी इतनी सिद्दत से तुम्हारी याद आती है, मैं पलकें झुका देती हूँ और ऑंखें भीग जाती है।😥
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बोहत खुश थे हम साथ में फिर उसे किसी और का साथ मिल गया |
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प्यार का मतलब तो नहीं मालूम मुझे, मगर जब जब तुझे देखूँ दिल धड़कने लगता है।🥰
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महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है
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तेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता ऐ दिल..जिनके चाहने वाले ज्यादा हो..वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं”
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बताओ तो कैसे निकलता है जनाज़ा उनका, वो लोग जो अन्दर से मर जाते है !!😥😥
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माना की मरने वालों को भुला देतें है….सभी ...मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावत ही बदल दी…
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हम बुरे है इसमें कोई शक नहीं पर कोई बुरा कहे इतना किसी को हक़ नहीं 😎
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लम्बा सफ़र तय करना है तो...ठोकरों से मुलाकात लाज़मी है...!!
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इंसान सबसे ज्यादा ज़लील अपनी पसंद के लोगों से ही होता है |
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जहर की जरूरत नहीं इश्क में, नजर अंदाजी से ही मर जाएंगे..!!
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हम तो मोहबत के नाम से भी अनजान थे, एक शख्स की चाहत ने पागल बना दिया ❤️🔥
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साजिशों का पहरा होता है हर वक़्त रिश्ते भी बेचारे क्या करें, टूट जाते हैं बिखर कर...
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माँ ! मैं सब कुछ भूल सकती हूँ…तुम्हे नहीं ।
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जिंदा हूँ तब तक तो हालचाल पुछ लिया करो, मरने के बाद हम भी आजाद तुम भी आजाद |💔
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क्या करोगे अब पास आकर, खो दिया तुमने बार-बार आजमा कर |😔😔
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बेहद ख्याल रखा करो तुम अपना, मेरी आम सी जिन्दगी मैं बोहोत ख़ास हो तुम !
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टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया, वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी |😊
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मुझे भी ज़िन्दगी में तुम ज़रूरी मत समझ लेना, सुना है तुम ज़रूरी काम अक्सर भूल जाते हो…!!
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जिस चीज़ का तुम्हे खौफ है, उस चीज़ का हमे शोक है |😎
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दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में,फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है..
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बात करने से ही बात बनती है..बात ना करने से, बातें बन जाती है ..!
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नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नहीं, इतनी ही फ़िक्र है तो फिर हमारे होते क्यों नहीं |
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दुनिया आज भी मेरी दीवानी है और एक हम है कि उनके इंतज़ार में तन्हा बैठे रहते है।
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बिन धागे की सुई सी बन गई है ये ज़िंदगी ...सिलती कुछ नहीं ... बस चुभती चली जा रही है ...
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मुझे ख़ुद को बेक़सूर सबित करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैं जानता हूँ कि मैं बेक़सूर हूँ। 💯
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"गजब की दिवानगी है तुम्हारी मोहब्बत में, तुम हमारे नहीं फिर भी हम तुम्हारे हो गये"
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