मंजिले कितनी भी ऊंची हो रास्ते हमेशा पैरों के नीचे होते हैं |
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तरस गए हैं तेरे मुँह से कुछ सुनने को हम, प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे..।।😊
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दुनिया खामोशी भी सुनती है, लेकिन पहले दहशत मचानी पड़ती है |😠
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दास्तां सुनाऊं और मज़ाक़ बन जाऊँ बेहतर है मुस्कुराऊं और ख़ामोश रह जाऊँ
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शुक्र है message का ज़माना है, वरना तुम तो मेरे भेजे गए कबूतर मार देती....
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हम सादगी में झुक क्या गए, तुमने तो हमे गिरा हुआ समझ लिया |😠
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हम उनसे तो लड़ लेंगे जो खुले आम दुश्मनी करते हैं... लेकिन उनका क्या करे जो लोग मुस्कुरा के दर्द देते हैं...
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कुछ नहीं लिखने को आज.... न बात , न ज़ज्बात
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कर्मो से डरिये, ईश्वर से नहीं, ईश्वर माफ कर देता है | कर्म माफ नहीं करते !!
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हमें अहमियत नहीं दी गयी, और हम जान तक दे रहे थे.
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इश्क़ होना था हो गया, अब किसी दूसरे का हो जाना, मुमकिन नहीं है..!
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बात कोई नहीं मानता, बात का बुरा सब मान जाते है...🥺
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जिनको जाना होता है वो चले ही जाते है किसी के रोने से उनको कोई फर्क नहीं पड़ता
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सफाईया देनी छोड दी मैंने सीधी सी बात है.. बहुत बुरा हूँ मैं..
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बदल जाते है वो लोग वक़्त की तरह, जिन्हें हद से ज्यादा वक़्त दिया जाता है..💯
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जो उम्रभर ना मिले...उसे उम्रभर चाहना भी इश्क़ है..❤
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तू चालाकी से कोई चाल तो चल, जीतने का हुनर मुझ में आज भी हैं ! 😎
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जिनकी संगत मैं ख़ामोश संवाद होते है, अक्सर वो रिश्ते बहुत ही ख़ास होते हैं।
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मुझे मरने का शौक तो नहीं है पर, तेरे इश्क़ से बेहतर मौत ही है..!
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इश्क़ की बात न करो जनाब जले बैठे हैं, खामखा गाली दे देंदे |😠
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लौटना मत भूल के भी, इश्क़ से नफरत हो चुकी है अब।😠😠
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छूकर भी जिसे छू न सके, वो चाहत होती हैं इश्क़ , कर दे फना जो रूह को, वो इबादत होती हैं इश्क़
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भीड़ तन्हाइयों का मेला है, यहाँ हर आदमी अकेला है |💯💯
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लोग कहते है समझो तो खामोशियाँ भी बोलती है, मै अरसो से खामोश हूँ, वो बरसों से बेखबर है 💔
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तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन तुम पर 👩 था किस्मत पर नही ✖️
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दूरियां तो पहले ही आ चुकी थीं, इस ज़माने में, एक बीमारी ने आकर इल्ज़ाम अपने सर ले लिया.❤️
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जितनी दफ़ा ज़िद्द हो मेरी...उतनी दफ़ा तू चाहिए!✨🤍
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न जाने क्या मासुमियत है तेरे चेहरे पर, तेरे सामने आने से ज्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है |😍😍
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दिल की ना सुन, ऐ फ़कीर कर देगा, वो जो उदास बैठे हैं नवाब थे कभी.
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