वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नहीं होती, जितनी किसी अपने के बदल जाने से होती है |
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सब खफा है मेरे लहजे से पर मेरे हालात से वाकिफ कोई नहीं |
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शर्त घोड़ो पर लगाई जाती हैं, शेरों पर नहीं..!
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सो जाया करो जल्दी कभी – कभी, ख्वाबो को तुम्हारा इंतज़ार रहता है
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जितना मुश्किल किसी को पाना होता है.... उससे ज़्यादा मुश्किल उसे भुलाना होता है....
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देर से बनो मगर जरूर कुछ बनो क्योकि वक़्त के साथ लोग खेरियत नहीं हैसियत पूछते है
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कहने को तो जिंदगी गुलजार है, हाथों में चाय, और हम बेरोजगार है...😎
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जिस्म तो फिर भी थक हार के सो जाता है....काश दिल का भी कोई बिस्तर होता.....
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"दुनिया में मोहब्बत इसलिये बरकरार है, क्यूँकि इकतरफ़ा प्यार आज भी वफ़ादार है..💯❤️
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कितना भी समेट लो.. हाथों से फिसलता ज़रूर है.. ये वक्त है साहब.. बदलता ज़रूर है..!!❤️
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मेरी बदमाशी का अंदाज़ा इससे लगाओ जब मैं 😎 शरीफ था तब भी लोग मुझे बदमाश ही कहते थे। 😠
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लापता होकर निकले थे मोहबत में तेरी हमें क्या पता था मशहूर हो जाएंगे ❤️
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प्रेम हो तो राधा कृष्ण जैसा भले ही साथ ना हुए मगर नाम आज भी साथ लिया जाता है..!!
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मेरी ख़ामोशी को मेरी कमज़ोरी मत समझो मैं दिल में गालियां भी देती हूँ
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वह बचपना था या इश्क मालूम नहीं, मगर वो पेन मांगने वाला बहाना आज भी कहीं जिंदा है |
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क्या खूब मजबूरियां थी मेरी भी.. अपनी खुशी को छोड़ दिया” उसे" खुश देखने के लिए 💔💔
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मत बनाओ मुझे फुर्सत के लम्हों का खिलोना मैं भी इंसान हूँ दर्द मुझे भी होता है
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घर वालो चिन्ता है इसको कोन मिलेगी, ओर दोस्तो चिन्ता है इसको ओर कितनी मिलेगी ????
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जाते वक्त बहोत गुरूर से कहा था उसने.... "तुम जैसे हजार मिलेंगे" मैंने मुस्कुरा कर कहा.... " मुझ जैसे की ही तलाश क्यों
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कहीं बाजार में मिल जाये तो लेते आना…वो चीज़ जिसे दिल💗का सुकून कहते हैं…!!
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हमने तो अल्फ़ाजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए।
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गायत्र्येव परो विष्णुर्गात्र्येव परः शिवः ।गायत्र्येव परो ब्रह्मा गायत्र्येव त्रयी ततः ॥
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मोहबत के सफ़र में नींद ऐसी खो गई, हम न सोए रात थक कर सो गई..!
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माना कि तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं, पर तेरे हिस्से का वक़्त आज भी तन्हा गुजरता है |😔😔
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तूने कैसे थामा होगा हाथ उसका, तेरी हथेली को भी आदत मेरी थी। 🥺🥺
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कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गुम सी है, यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है.
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बहुत दर्द देती है वो सजा, जो बिना खता के मिली हो।
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इन् तरसती निग़ाहों का ख़्वाब है तू, आजा के बिन तेरे बहुत उदास हूँ मैं..!!
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"हैसियत की बात मत कर पगली, तेरी दौलत से बड़ा मेरा दिल है !!"
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कई बार ये सोचके दिल मेरा रो 😢 देता है, की मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैंने खुद को भी खो दिया |😔
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