हर रोज़, हर वक़्त तुम्हारा ही ख्याल ना जाने किस कर्ज़ की किश्त हो तुम
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हमने इज़हार किया काफ़ी इंतजार के बाद, हमें इंतजार ही मिला, इज़हार के बाद |💔
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इरादे साफ़ है, तभी तोह लोग खिलाफ है.🔥🔥
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मेरे दिल का दर्द किसने देखा है, मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है ,हम तन्हाई में बैठे रोते है,लोगो ने हमे महफ़िल में हस्ते देखा है।
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बेहतर से बेहतर तलाश करो, नदी मिल जाए तो समन्दर की तलाश करो |🌊
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लोगों की निंदा से परेशान होकर, अपना रास्ता ना बदलना, क्योंकि सफलता शर्म से नहीं, साहस से मिलती है। 💯💪
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उम्मीद तो उसी दिन छोड़ दी, जब तुम्हें उस अजनबी के करीब देखा था। 💔
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उसने इश्क की अर्थी सज़ा दी, जो कभी इश्क़ का गुलाम था ।💯💔
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कुछ तो सोचा होगा किस्मत ने तेरे मेरे बारे मैं, वरना इतनी बड़ी दुनिया में तुमसे ही मोहब्बत क्यों हुई
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जिस दिन उसपर दिल आया था, उस दिन मौत आ जाती तो अच्छा रहता |
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"तुम" याद आओगे यकीन था मुझे, इतना आओगे अंदाजा नहीं था...!
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कभी आओ इस क़दर की आने में लम्हा और जाने में ज़िन्दगी गुज़र जाये
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ख़ामोशी से भी नेक काम होते हैं, मैंने देखा है पेड़ों को छाँव देते हुए.
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जहाँ सच✅ ना चले वहां झूठ❎ ही सही जहाँ हक🤗 ना चले वहां लूट ही सही😈
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उसकी मोहबत पे मेरा हक़ तो नहीं लेकिन ,दिल करता है के उम्र भर उसका इंतज़ार करू !
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एक गुलदस्ता लाया था उस तितली की खातिर जो अब किसी और के बग़ीचे में उड़ती है |
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अब वही होगा जो दिल चाहेगा, आगे जो होगा देखा जाएगा!😎
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ईमानदारी से कर्म करने वालों के शौक भले ही पूरे ना हो पर नींद जरूर पूरी हो जाती है .
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पता नहीं तेरे लगाये हुए ज़ख्म क्यूँ नहीं भरते, मेरे लगाये हुए तो पेड़ भी सूख जाते हैं |
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हौसले बुलंद 💪 हो तो तकदीर भी सलाम ठोकती है..! 💯
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आपके प्यार में हम संवरने लगे ,देखके आपको हम निखरने लगे
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होने दो जरा उन को भी तनहा.... याद हम भी उन्हें बेहिसाब आएंगे..
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थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर, मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आयेगा !!
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आज नज़र अंदाज़ कर रहे हो, कल याद करोगे..।😎
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लोगो से कहदो हमारी तक़दीर से जलना छोड़ दें, हम घर से दौलत नहीं माँ की दुआ लेकर निकलते हैं
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जख्म देते हो फिर कहते हो सहते रहो, जान लेकर कहोगे जीते रहो.
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तुम तो रह लेते हो हमारे बिना पता नहीं, हमसे क्यों नहीं रहा जाता तुम्हारे बिना |🥺
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जिसके बदले तुम मिल जाओ, ऐसा कोई गुनाह करना चाहता हूँ.
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शाम उतरने लगी है खिड़की पर, बेसबर आँखों को चाँद का इंतजार है..!
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