कभी रहमत करना मेरी दिल्लगी पे ज़ालिम ,हम बाजारों में नहीं, हजारों में मिलते हैं |😎
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कितना भी समेट लो.. हाथों से फिसलता ज़रूर है.. ये वक्त है साहब.. बदलता ज़रूर है..!!❤️
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कौन कहता है तेरे दर से मांगने वाला गरीब होता है जो तेरे दर तक पहुच जाय वो सबसे बड़ा खुशनसीब होता है
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साथ बैठने की औकात नहीं थी उसकी, जिसको मैंने सर पर बिठा रखा था..!!😠
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बेहद ख्याल रखा करो तुम अपना, मेरी आम सी जिन्दगी मैं बोहोत ख़ास हो तुम !
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ज़िंदगी को आसान नहीं बस खुद को मजबूत बनाना पड़ता है
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अगर दुबारा भी इश्क हुआ तो तुझी से होगा,खफा हूँ,बेवफा नहीं।👌😘
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हमेशा तैयारी के साथ ही रहना साहब... मौसम 🌫️ और इंसान 🤵 कब बदल जाये इसका कोई भरोसा नहीं...
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जो चीज़ वक़्त पर ना मिले, वह बाद में मीले या ना मिले, कोई फर्क नहीं पड़ता।
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नींद आएगी तोह इस तरह सोयेंगे मुझे जगाने के लिया लोग रोयेंगे
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कभी किसी की इतनी परवाह मत करो.. की वो,बेपरवाह हो जाए..
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तुम होते कौन हो मुझसे बिछड़ने वाले ?
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ना कोई शिकायत, ना कोई ग़म.... तेरे ही थे ओर तेरे ही रहेगे हम…
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साथ तो जिंदगी भी छोड़ देती है, शिकायत लोगों से क्या करना..
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बात करने से ही बात बनती है..बात ना करने से, बातें बन जाती है ..!
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मै ज़िंदगी गिरवी रख दुंगा, तु सीर्फ कीमत बता मुस्कुराने की.
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तुम हो तोह कुछ कमी नहीं .... तुम नहीं तोह कुछ नहीं ..
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भूलना भुलाना तो दिमाग का खेल है, बेफिक्र हो जाओ तुम तो दिल में रहते हो.
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एक तू और तेरा प्यार, मेरे लिऐ काफी है मेरे यारा...💝
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जो उपकार करे, उसका प्रत्युपकार करना चाहिए, यही सनातन धर्म है
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लाख तेरे चाहने वाले होंगे मगर तुझे महसूस सिर्फ मैंने किया है
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आखिर तूने मेरी जिन्दगी को अधूरा कर दिया…वाह रे मोहब्बत💗तूने अपना काम पूरा कर दिया😭…!!
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तुने अच्छा ही किया मुझे गलत समझ कर, में भी थक गया हूँ खुद को साबित कर-कर के.
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दिल के रिश्ते किस्मत से मिलते है, वरना मुलाकात तो हज़ारों से होती है |🥰
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शब्द ...मन ..जज़्बात , एक एक करके सब खामोश हो गए
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कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गुम सी है, यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है.
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तुमको भी कहाँ जरूरत है मेरी, तुम्हारे लिये तो मैं भी बिछड़ा हुआ जमाना हूँ.....!!
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सवरने का तो सवाल ही नहीं उठता, हम तो बिखरे ही लाजवाब है,,!! ❤
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यहाँ तो खुद से ही मिले जमाना हो गया ... और लोग कहते है कि हमें भूल गये हो तुम ...
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*दोस्त बेशक एक हो* *लेकिन ऐसा हो,* *जो अलफाज से ज्यादा* *खामोशी को समझें*
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