कोई तो करता होगा हमसे भी ख़ामोश मोहब्बत किसी का हम भी अधूरा इश्क़ रहे होंगे |
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हम तो हँसते हैं दूसरों को हँसाने के लिए वरना ज़ख्म तो इतने हैं कि ठीक से रोया भी नहीं जाता..
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सुनो, अपनी हद में रहो, बेहद याद आने लगे हो तुम.!
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जिंदगी की उलझनों 🤩 ने मेरी शरारतें कम कर दीं, और लोग समझते है कि मैं समझदार 🤔 हो गया ।
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उसने कहा बहुत हैं तेरे जैसे, मैंने कहाँ अरे पागल, Brand हूँ Copy तो होगी ना.
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फितरत तो कुछ यूं भी है इन्सान की बारिश ख़त्म हो जाए तो छतरी भी बोझ लगती है ✔️
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काम ऐसा करो की लोग कहें तू रहने दे हम खुद कर लेंगे
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मुझे इन्तजार था कि तुम समझो मुझको तुमने समझा दिया कि बस इन्तज़ार करो |
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न जख्म भरे...,न शराब सहारा हुई..न वो वापस लौटी... न मोहब्बत दोबारा हुई.....!!
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मुझे फरक नहीं पड़ता,,,,अब क़समें खाओ या जहर..!!
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मेरी दुआओं में शामिल तेरा ज़िक्र हर बार रहेगा, तुझे हो ना हो, मुझे तेरा इंतजार हर पल रहेगा ।💕
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क्यों लगता है वो आसपास है जिसका दूर तक कोई सुराग नहीं।
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खो कर फिर तुम हमें पा ना सकोगे साहब हम वहाँ मिलेंगे जहाँ तुम आ ना सकोगे
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लम्बा सफ़र तय करना है तो...ठोकरों से मुलाकात लाज़मी है...!!
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हमने कहा दीवानगी क्या होती है, उसने कहा दिल तुम्हारा हुकूमत हमारी.
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यकीन रखिए, रब दूसरा दरवाजा खोले बगैर पहला दरवाजा बंद नहीं करता |
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तूने कैसे थामा होगा हाथ उसका, तेरी हथेली को भी आदत मेरी थी। 🥺🥺
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जो हमसे जले थोड़ा साइड से चले...🔥🔥
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तेरी जगह आज भी कोई नहीं ले सकता , पता नहीं तेरी खूबी है या तेरी कमी
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दिल ए नादान तू भी अजीब पागल है, तुझे सिर्फ वो चाहिए, जो तेरा हो नही सकता..|❤️❤️
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तुझे जबसे खोया है तबसे कुछ पाने की ख्वाहिश ही नहीं रही.
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मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की हम आईना जमीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते है.💪
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उसने ही जगत बनाया है कण-कण में वो ही समाया है दुख में भी सुख का अहसास होगा जब सिर पर शिव का साया है
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अच्छा लगता है 🤗 जब कोई कहता है, कोई बात नहीं, मै हूं ना तुम्हारे साथ। 🥰
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जाने कैसे हो जाते हैं लोग कभी इसके कभी उसके और फिर किसी और के
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मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना, बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने!!
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तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूँ, गुमसुम बैठे-बैठे मुस्कुराने लगा हूँ |
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सामने बोला करो🤙 पीछे तो कुत्ते 🐕 भौंकते हैं
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अगर पहले हम ये जन लें की हम कहाँ पर हैं और हम किस दिशा में जा रहे हैं, तो हमें क्या और कैसे करना चाहिए इसका बेहतर निर्णय कर सकते हैं
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हमने अपने नसिब से ज्यादा अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है, क्यु की नसिब तो बहुत बार बदला है, लैकिन मेरे दोस्त अभी भी वहि है.......!
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