हम जुड़े हुए हैं प्यार की डोर से, गुस्सा तो हो सकते हैं पर जुदा नही.!
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आदत हो गई है नफरत की अब मोहब्बत अच्छी नहीं लगती।
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माचिस तो यूं ही बदनाम है,, हमारे तेवर तो आज भी आग 🔥 लगाते हैं!
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कुछ दोस्त पकोड़े जैसे होते हैं थोड़ा सा ध्यान ना दो तो जल जाते हैं
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“एक बार उसने कहा था मेरे सिवा किसी से प्यार ना करना, बस फिर क्या था तबसे मोहब्बत की नजर से हमने खुद को भी नहीं देखा
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कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,लगता है फिर प्यार हो रहा है…
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तन्हा रहना तो सीख लिया , पर खुश ना कभी रह पायेगे , तेरी दूरी तो सह लेता दिल मेरा, पर तेरे प्यार के बिन ना जी पायेंगे।
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आज फिर उसने मुस्कुराके देखा मेरी तरफ और मैं फिर से दीवाना हो गया।।
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चल जिंन्दगी नई शुरुआत करते है, जो उम्मीद दूसरों से की थी वो अब खुद से करते है |
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वो साथ थे तो एक लफ़्ज़ ना निकला लबों से, दूर क्या हुए कलम ने क़हर मचा दिया!!❤️
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सिर्फ तेरे दीदार के लिये आते हैं तेरी गलियों में, वरना आवारगी के लिये तो पूरा शहर पड़ा है !!"
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जी लो हर लम्हा बीत जाने से पहले लौट कर सिर्फ यादें आती हैं वक़त नहीं
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350
इश्क़ में इतनी बेपरवाहियाँ भी ठीक नही हैं , बात हम नही करते ...तो तकल्लुफ तुम भी नही करते...!!
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हम तो खुशियाँ उधार देने का कारोबार करते हैं साहब, कोई वक़्त पर लौटता नहीं हैं इसलिए घाटे मे है .
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जरुरी नहीं है कि काम से ही इंसान थक जाए कुछ ख्यालो का बोझ भी, इंसान को थका देता है.
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उनकी ख़ुशी ढूँढ़ते - ढूँढ़ते, मेरे ख्याब ने खुद ख़ुशी कर ली |
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कुछ हार गई तकदीर कुछ टूट गये सपने, कुछ गैरों ने किया बरबाद कुछ भूल गये अपने..!!🍂
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शक करना गलत था पर शक बिलकुल सही था
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न कोई चेला न कोई मेला, मन मिले तो मिल जाओ मुझसे , वरना शिव भक्त चले अकेला || बम बम भोले ||
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मोहब्बत तो क़ायम रहती है जनाब मोहब्बत करने वाले टूट जाते है
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10
बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का, अधूरी हो सकती है मगर खत्म नहीं!
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5
इश्क न हुआ कोहरा हो जैसे....तुम्हारे सिवा कुछ दिखता ही नहीं....
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दुश्मनी मंजूर है साहब, किसी के तलवे चाटना हमारे उसुलो के खिलाफ है |😎😎
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लोग सूरत पे मरते है जनाब मुझे तो आपकी आवाज़ से भी इश्क़ है.
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कहा ना,सुकून मिलता है जब-जब तुम्हें सोचते हैं
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17
बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी..पहले पागल किया.. फिर पागल कहा.. और फिर पागल समझ कर छोड़ दिया
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कभी मिले फुर्सत तो इतना जरुर बताना वो कौनसी मोहब्बत थी जो हम तुम्हे ना दे सके
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अजीब अंदाज़ है मेरे महबूब की मासूमियत का, मैं तस्वीर में भी देखूँ तो वो पलकें झुका लेती है |🥰🥰
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लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी. पर कलम से पहले आँसू कागज़ पर गिर गया..🥺
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तुम मेरा नाम जानते हो, मेरी कहानी नहीं!😠
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