नफरत का रिश्ता भी नही रखना तुमसे, वो रिश्ता भी निभा सको इस काबिल नही तुम।😠😠
Copy
62
फिक्र करना ही क्यूँ फिक्र से होता है क्या | भरोसा रखो "श्याम" पर फिर देखो होता है क्या ||
Copy
24
एक सच्चा रिशता कुछ भी नहीं मांगता वक्त और इज्जत के सिवा
Copy
60
शरीफों की शराफत और हमारा कमीनापन किसी को अच्छा नहीं लगता!! 😂😂
Copy
11
जो इश्क़ दूरियों में भी बरकरार रहे वो, इश्क़ ही कुछ और होता है.
Copy
107
वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज समझते रहे ; नादां इतना भी नहीं समझते कि इश्क चेहरे से नहीं आँखों से शुरू होता है
Copy
22
कुछ रिश्ते निभाने के लिए आपका, नासमझ बने रहना जरूरी है...
Copy
940
जिसकी सज़ा सिर्फ़ तुम हो मुझे ऐसा कोई गुनाह करना है..❤️❤️
Copy
87
तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा |❤️
Copy
13
मोहब्बत के मारे लोग फिर कहा मिलते है, ये मुरझाए हुए गुलाब 🌹 है, जो सिर्फ़ किताबों 📘 में मिलते है..
Copy
21
खुद की पहचान बनाने में जो मजा है, वो किसी की परछाई बनने में नहीं।💯
Copy
216
जिसके बदले तुम मिल जाओ, ऐसा कोई गुनाह करना चाहता हूँ.
Copy
15
जिसे पा नहीं सकते, यह जरूरी नहीं कि उसे प्यार करना भी छोड़ दिया जाए...
Copy
40
ईमानदारी, एक मंहगा 💰 शोख है।जिसको पूरा करना, सबके हैसियत की बात नहीं। 💯
Copy
19
मैंने अपनी जिंदगी में सारे महंगे सबक सस्ते लोगों से ही सीखे हैं | ❤️
Copy
46
जरूरत और खाविश दोनों आप ही हो खुदा करे कोई एक पूरी हो जाये |🥰
Copy
130
बात करने के लिए Topic की जरूरत नहीं होती, बस Feelings होनी चाहिए। ❤️💯
Copy
95
दिलो मे रहता हु, धड़कने थमा देता हु - मे इश्क हु - वजूद की धजिया उड़ा देता हु
Copy
30
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नहीं, इतनी ही फ़िक्र है तो फिर हमारे होते क्यों नहीं |
Copy
6
घर वालो चिन्ता है इसको कोन मिलेगी, ओर दोस्तो चिन्ता है इसको ओर कितनी मिलेगी ????
Copy
120
हमने तो अल्फ़ाजों में अपना दर्द सुनाया था उन्हें, मगर वो शायरी समझ कर, मुस्कुरा कर चले गए।
Copy
12
मेरी रूह में समाई है तेरी खुसबु, लोग कहते है तेरा इत्र लाजवाब है.
Copy
10
सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए, और ज़िन्दगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए।
Copy
396
मेरे ज़ज्बात की कदर ही कहाँ, सिर्फ इलज़ाम लगाना ही उनकी फितरत है !!
Copy
154
क्यों तुम खामोश हो गये..जी अब तक नहीं भरा था तेरी बातों से..
Copy
35
खुदगर्ज़ है लोग यहाँ, मतलबी है ज़माना, बात अगर मेरी झूठी लगे तो, कभी अपनों को भी आज़माना।💯
Copy
10
रोज़ रोते 😭 हुए कहती है ज़िन्दगी, एक बेवफ़ा के लिए मुझे बर्बाद मत कर | 💯
Copy
15
💕💕 उस शाम तुमने मुड़कर मुझे देखा जब, यूँ लगा जैसे हर दुआ कुबूल हो गयी 💕💕
Copy
175
बड़ा नौकर बनने से अच्छा ...छोटा मालिक बन जाओ ... खुश रहोगे
Copy
156
आँसू आ जाते हैं आँखों में पर लबों पर हंसी लानी पड़ती है ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो जिस से करते हैं उसी से छुपानी पड़ती है
Copy
215