तुम्हे तुमसे भी ज्यादा चाहने लगा हूँ, गुमसुम बैठे-बैठे मुस्कुराने लगा हूँ |
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मत पूछ शीशे से उसके टूटने की वजह, उसने भी मेरी तरह किसी पत्थर को अपना समजा होगा
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समझने वाला तुम्हारी खामोशी को भी समझ लेगा , ना समझने वाला तुम्हारी चीख़ को भी शोर कहेगा ...
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ख्वाब चुभते रहते है, आंखों में सारी रातभर, वो पूछते रहे वजह आँखो के लाल होने की ! ❤️
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अकेले रहने का भी एक अलग सुकून हे | ना किसी के वापस आने की उम्मीद, ना किसी के छोड़ जाने का डर.....
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मैं जो जी रहा हूँ …वज़ह तुम हो.. वज़ह तुम हो..
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वक़्त कितना भी बदल जाए मेरी मोहब्बत कभी नहीं बदलेगी ...
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वो न ही मिलती तो अच्छा था, बेकार में मोहब्बत से नफरत हो गई..! ❤️
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जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये, अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की, वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये”
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उन्होंने पूछा तोहफे में क्या चाहिए, हमनें कहा वो मुलाकात जो कभी ख़त्म ना हो।
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नफरत भी हम हैसियत देख कर करते है.. प्यार तो बहुत दूर की बात है। 🔥🔥
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एक झूठ, सौ झूठ बुलवाएगा, तुम सच बोलना, समझने वाला समझ जाएगा। 💯💯
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मित्र वो होता है जो आपको जाने और आपको उसी रूप में चाहे
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हम दोनों को कोई भी बीमारी नही है... फिर भी तु मेरी और मैं तेरी दवा हूँ
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जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ, किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है.💯
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होता है तो होने दो मेरे कत्ल 🗡️ का सौदा, मुझे भी तो पता चले बज़ार में हमारी क़ीमत 💸 क्या है।
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शिकायत तो खुद से है तुम से तो आज भी इश्क़ है
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जिनकी हँसी खूबसूरत होती है, उनके जख्म काफी गहरे होते हैं.💔
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सारी दुनिया के रूठ जाने से मुझे कोई दुख नहीं , बस एक तेरा खामोश रहना मुझे तकलीफ देता है
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मै थक गया था परवाह करते करते, जब से बेपरवाह हूँ, आराम सा है। 😇
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अनजान बन कर मिले थे, पता ही नहीं चला कब जान बन गए.
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मालूम है की ख़्वाब झूठे हैं और ख़्वाहिशें अधूरी हैं, पर ज़िंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियाँ भी ज़रूरी हैं |💯💯
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💕💕 उस शाम तुमने मुड़कर मुझे देखा जब, यूँ लगा जैसे हर दुआ कुबूल हो गयी 💕💕
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कई बार ऐसा भी होता है के ज़रूरत से ज़्यादा सोचना भी इंसान की खुशियां छीन लेता है।
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हादसे कुछ दिल पे ऐसे हो गए , हम समुन्दर से भी गहरे हो गए
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उँगलियाँ निभा रही हैं रिश्ते आजकल ज़ुबाँ से निभाने का वक्त कहाँ
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दुरिया मायने नहीं रखती, जब दिल एक दुसरे के वफादार हो।
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ना शाखों ने जगह दी ,, ना हवाओं ने बख्शा..! मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता . आवारा ना बनता तो क्या करता
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काम ऐसा करो की लोग कहें तू रहने दे हम खुद कर लेंगे
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