क्यूँ नहीं महसूस होती उसे मेरी तकलीफ़ जो कहते थे बहुत अच्छे से जानते है तुझे
Copy
76
कौन कहता है तेरे दर से मांगने वाला गरीब होता है जो तेरे दर तक पहुच जाय वो सबसे बड़ा खुशनसीब होता है
Copy
76
दोस्त तो बहुत मिलेंगे जिंदगी में, मगर तेरी तो बात ही कुछ और है.
Copy
196
मोहब्बत ज़िंदगी बदल देती है , मिल जाए तो भी ना मिले तो भी
Copy
69
जिस शख्स की गलती, "गलती" ना लगे, किताब-ऐ-इश्क में उसे "महबूब कहते है ! 🥰🥰
Copy
42
क्या करोगे अब पास आकर, खो दिया तुमने बार-बार आजमा कर |😔😔
Copy
9
इश्क़ होना था हो गया, अब किसी दूसरे का हो जाना, मुमकिन नहीं है..!
Copy
13
बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको, पर दुनिया का सबसे हसीं यार मिला हमको, न रही तमन्ना अब किसी जन्नत की, तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको
Copy
752
इश्क़ की पतंगे उड़ाना छोड़ दी हमने वरना, हर हसीना की छत पर हमारे ही धागे हुआ करते थे।😎
Copy
87
नाम कमाने के लिए दिमाग 🧠 से चलना पड़ता हैं दिल ❤️ से नहीं!
Copy
33
हर बात दिल पे लगाओगे तो रोते रह जाओगे , जो जैसा है उसके साथ वैसा बनना सीखो.
Copy
1K
बहुत उदास हे कोई तेरे जाने से हो सके तो लौट आ किसी बहाने से, तू लाख खफा सही मगर एक बार तो देख ,कोइ टूट गया है तेरे रूठ जाने से।
Copy
211
देश के युवा जाग चुके हैं अब ये उठेंगे ब्रश करेंगे और Whatsapp चलाएंगे
Copy
220
उस हंसती हुई तस्वीर को क्या मालूम की कोई उसे देख कितने रोता है
Copy
70
कोई भी रिश्ता अधूरा नहीं होता , बस निभाने की चाहत दोनों तरफ होनी चाहिए।
Copy
1K
भीड़ तन्हाइयों का मेला है, यहाँ हर आदमी अकेला है |💯💯
Copy
73
खुदखुशी की तो हिम्मत नहीं मुझमे, बस दुआ है के कोई हादसा हो जायें 💔
Copy
54
किसी को भी नहीं चाहा मेने एक तुझे चाहने के बाद
Copy
208
जवाब देना तो हमें भी आता है,, लेकिन आप इस काबिल नहीं… 🔥🔥
Copy
25
कितना भी समेट लो.. हाथों से फिसलता ज़रूर है.. ये वक्त है साहब.. बदलता ज़रूर है..!!❤️
Copy
117
उसने कहा बहुत हैं तेरे जैसे, मैंने कहाँ अरे पागल, Brand हूँ Copy तो होगी ना.
Copy
292
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नहीं, इतनी ही फ़िक्र है तो फिर हमारे होते क्यों नहीं |
Copy
6
कभी मिले फुर्सत तो इतना जरुर बताना वो कौनसी मोहब्बत थी जो हम तुम्हे ना दे सके
Copy
11
उसने पूछा क्या पसंद है, तुम्हें ? में बहुत देर तक उसे देखता रहा..
Copy
21
हम समंदर है हमें खामोश ही रहने दो जरा मचल गये तो शहर ले डूबेंगे |🌊
Copy
40
अजीब अंदाज़ है मेरे महबूब की मासूमियत का, मैं तस्वीर में भी देखूँ तो वो पलकें झुका लेती है |🥰🥰
Copy
75
एक आखिरी मुलाक़ात की ख्वाहिश थी पर अलविदा भी वो फ़ोन पर ही कह गए....💔
Copy
67
कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गुम सी है, यह बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है.
Copy
13
बहुत कुछ पाने वाले बहुत कुछ खोया करते हैं , इस दुनिया में हस्सने वाले सबसे ज़्यादा रोया करते हैं
Copy
110
जब अकेले चलने लगा, तब मुझे समझ आया, मैं भी किसी से कम नहीं हूं 💪
Copy
103