बदनाम तो केवल दारु है,वरना किडनी और लिवर तो मैगी ने ही ख़राब किये हैँ ।
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क्या खूब मजबूरियां थी मेरी भी अपनी ख़ुशी को छोड़ दिया ” उसे ” खुश देखने के लिए
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तुम मेरे हो, ये अफ़वाह फेलाह दूँ क्या ? मुझसे जलने 🔥 वालों को थोड़ा और जला 🔥 दूँ क्या ?
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क्या खबर थी की मुहब्बत हो जायेगी। हमें तो सिर्फ उनका मुस्कुराना अच्छा लगा था |
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सीख नही पायें हम मीठे झूठ का हुनर; कड़वे सच ने कई रिश्ते छीन लिए हमसे..❤️🔥
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लोग तो दुनियाँ वालो से यारी करते है मेरी तो दुनियाँ बनाने वालो से यारी है
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"जिंदगी अपने तरीके से जी कर तो देखिए खुशिया खुद ब खुद तुम्हे ढुंडते आएगी…"
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साजिशों का पहरा होता है हर वक़्त रिश्ते भी बेचारे क्या करें, टूट जाते हैं बिखर कर...
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साथ छोडने वालो को तो बस.. ऐक बहाना चाहिए। वरना निभाने वाले तो मौत के दरवाझे तक साथ नही छोडते।
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पता नहीं सुधर गया के बिगड़ गया, ये दिल अब किसी से बहस नहीं करता..!
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“डर से मत डरो, डर को डराओ, जो भूल गया है उसे उसकी औकात याद दिलाओ।”🖕
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वादों की तरह इश्क भी आधा रहा, मुलाकातें कम रही इंतजार ज्यादा रहा.
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शौंक से नहीं किया कौइ गुनाह,, लोग हर बार औंकात पुछ रहे थे..!😎😎
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अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी, लोग तसल्लियाँ तो देते हैं, पर साथ नहीं।💯
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कभी तुम नाराज़ हुए तो हम झुक जाएंगे, कभी हम नाराज़ हुए तो तुम गले लगा लेना...!!
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बदल जाते है वो लोग वक़्त की तरह, जिन्हें हद से ज्यादा वक़्त दिया जाता है..💯
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हजारों उलझनें राहों में, और कोशिशें बेहिसाब; इसी का नाम है ज़िन्दगी, चलते रहिये जनाब। 💯
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उस हंसती हुई तस्वीर को क्या मालूम की कोई उसे देख कितने रोता है
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ज़ारो चेहरों में एक तुम दिल को अच्छे लगे, वरना ना चाहत की कमी थी ना चाहने वालो की.
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सहारे ढूंढने की जरूरत नहीं हमारी, हम अकेले ही पूरी महफ़िल के बराबर है |💪
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मोहब्बत तो एक तरफा होती है.... जो हो दो तरफा तो....उसे नसीब कहते है....!!
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फर्क नहीं ❌पड़ता मुझें, कोई अमीर हो चाहे गरीब हो, ☝सच्चा इंसान तो वही है,जो किसीके दिल के करीब हो.
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कमाल हैं ना ...? सांसे मेरी जिंदगी मेरी मोहब्बत मेरी , मगर जीने के लिये जरूरत तेरी
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दिल तक पहुँचने का रास्ता, वफ़ा के समंदर से होकर गुजरता है। हर लहर पे नाव बदलने वाले, मंजिल तक नही पहुँचा करते…
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रूठना हुस्न का हक है मनाना आशिक की इबादत |
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वो मंज़िल ही बदनसीब थी, जो हमे न पा सकी वरना जीत की क्या औकात जो हमे ठुकरा दे |😎
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नहाए धोए से हरी मिले तो मै नहाऊं सौ बार हरि तो मिले निर्मल हृदय से प्यारे मन का मैल उतार |
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जहर की जरूरत नहीं इश्क में, नजर अंदाजी से ही मर जाएंगे..!!
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प्यार 💕 मोहब्बत आशिकी ये बस अल्फाज थे मगर जब तुम मिले तब इन अल्फाजो को मायने मिले !!🥰
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ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं । भर्गो देवस्य धीमहि, धीयो यो न: प्रचोदयात् ।।
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