जितनी दफ़ा ज़िद्द हो मेरी...उतनी दफ़ा तू चाहिए!✨🤍
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जिंदगी की उलझनों 🤩 ने मेरी शरारतें कम कर दीं, और लोग समझते है कि मैं समझदार 🤔 हो गया ।
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छीन लेता है हर चीज मुझसे ऐ खुदा.. क्या तू भी इतना गरीब है..😥😥
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शुक्र है message का ज़माना है, वरना तुम तो मेरे भेजे गए कबूतर मार देती....
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नहीं मिलेगा तुझे कोई हम सा, जा इजाजत है ज़माना आजमा ले !!
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रोज़ ख्वाबो मे जीता हूँ, वो ज़िन्दगी... जो तेरे साथ मेने हकीकत मे सोची थी..🥺🥺
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दिमाग गरम है कृपया तंग न करें
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उनके प्यारे से चेहरे पर रंग लगा देते! वो पास होते तो हम भी होली मना लेते !!
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पूछा ऊपर वाले से मैंने कि मेरी मोहब्बत अधूरी क्यूँ लिखी,, वो भी कहकर रो पड़ा मुझे भी राधा कहाँ मिली.🥺🥺
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मत चाहो किसी को इतना की बाद में रोना पडे, क्यूंकि ये दुनियां दिल से नहीं ज़रूरत से प्यार करती हैं।
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इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगी, हमें कौनसी सदियाँ गुजारनी है यहाँ.
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खफा 😔 रहने का शौक भी पूरा कर लो तुम, लगता है तुम्हे हम ज़िंदा अच्छे नहीं लगते 😭
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कुछ साथ यकीन दिलाते हैं की प्रेम वाकई खूबसूरत है |
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इश्क की उम्र नहीं होती ना ही दौर होता है इश्क़ तो इश्क़ है जब होता है बेहिसाब होता है।
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कोई केह दे उन्हें , अपनी ख़ास हिफाजत किया करे ,, बेशक साँसे उनकी हे , पर जान तो मेरी हे
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सुनो, अपनी हद में रहो, बेहद याद आने लगे हो तुम.!
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सिर्फ़ मोहब्बत की होती तो भुला देते उन्हें, ये पागल दिल तो इबादत कर बैठा 💔
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खेल तो तेरे साथ भी खेला 😠 जाएगा लेकीन नियम हमारे होंगे ! 😎
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काश वो आये और गले लगाकर कहे पागल मुझे भी नहीं रहा जाता तेरे बिना।💞💞
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पसंद आया तो दिल में, नही तो दिमाग में भी नही.
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हजारों उलझनें राहों में, और कोशिशें बेहिसाब; इसी का नाम है ज़िन्दगी, चलते रहिये जनाब। 💯
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थोड़ा और बताओ ना मुझे मेरे बारे में, सुना है बहुत अच्छे से जानते हो तुम मुझे ।।😊
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आदत थी मुझे सबसे हसकर बोलने की, मेरा शौंक ही मुझे बदनाम कर गया |😊
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*दोस्त बेशक एक हो* *लेकिन ऐसा हो,* *जो अलफाज से ज्यादा* *खामोशी को समझें*
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अपनी मर्जी से भी दो चार कदम चलने दें ऐ-जिन्दगी, तेरे कहने पे तो बरसों चलें हैं..🥺
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जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते, ये ख़त किसलिए रखे हैं जला क्यों नहीं देते |❤️🔥
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वो मेरी मोहब्बत है, और मैं सिर्फ उसकी एक आदत !
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तेरी यादें हर रोज़ आ जाती है मेरे पास , लगता है तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको
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समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी
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हम रोज़ उदास होते हैं और रात गुज़र जाती है एक दिन रात उदास होगी और हम गुज़र जाएंगे
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