सबका भला सोचने की आदत है मेरी, और मेरी ये आदत मुझे पर ही लागू नहीं होती..
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आज़ाद कर दिया हे हमने भी उस पंछी को …,जो हमारी दिल की कैद में रहने को तोहीन समजता था ..।
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जहाँ कोशिशों का कद बड़ा होता है, वहाँ नसीबों को भी झुकना पड़ता है. 👍
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हिचकियां रूक ही नहीं_रही हैं आज, ☝ पता नहीं हम किसके दिल ❤ में अटक_गए हैं ।।
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एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए ! पर तब तक मैं तुम्हारी ज़िन्दगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा
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अंजाम की ख़बर तो मीरा को भी थी, बात सिर्फ मोहब्बत निभाने की थी...!!
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मुझे ख़ुद को बेक़सूर सबित करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैं जानता हूँ कि मैं बेक़सूर हूँ। 💯
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घमंडी नही हूं साहब बस जहां दिल ना करे वहां जबरदस्ती बात करने की आदत नहीं मेरी..!😎🙏
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हरकते बदल दीजिए, वरना हम 😠 हालात बदल देंगे..!!
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ताश के पतो की तरह हूँ जिस दिन चलूँगा, उस दिन बाजी पलट दूंगा..!
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दिल में मोहब्बत का होना ज़रूरी है, वरना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते हैं।
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रोज़ ख्वाबो मे जीता हूँ, वो ज़िन्दगी... जो तेरे साथ मेने हकीकत मे सोची थी..🥺🥺
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ज़िंदगी को आसान नहीं बस खुद को मजबूत बनाना पड़ता है
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रेस जब लंबी हो तो घोड़े चलते हैं और गधे दौड़ते हैं।
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हँसते हुए चेहरों को ग़मो से आजाद ना समझो, मुस्कुराहट की पनाहों मे हजारों दर्द होते है..!!
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कभी कभी किसी की खुशी के लिए ही उन्हें छोड़ना पड़ता है ...
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मुझे तुमसे सिर्फ ये कहना है मुझे तेरी बाँहों में हमेशा रहना है
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रहने दो अपनी जुल्फों को चेहरे पर यूं ही ये चाँद बादलों में ज्यादा हसीन लगता हैं ..
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छोड़ कर जाने वाले क्या जाने, यादों का बोझ कितना भारी होता है 💔
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किसीको इतना मंहगा मत बनाओ, की खुद सस्ते हो जाओ!🔥
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उस दिन चैन तो तुम्हारा भी उड़ेगा जिस दिन हम तुम्हे लिखना छोड़ देंगे |
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पुछा किसी ने की याद आती है उसकी में मुस्कुराया और बोला तभी तो ज़िंदा हूँ..!
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यूँ ही भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के, न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है
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क्या फायदा ऐसी मोहब्बत का... कि मैं उदास रहूँ और तू सोया रहे..
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हम तो दिल ❤️ के बादशाह हैं, जो सुनते भी दिल की है, और करते भी दिल की है |
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सजा ये है कि बंजर जमीन हूँ मैं और, जुल्म ये है कि बारिशों से इश्क़ हो गया |
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हर वक़्त नया चेहरा, हर वक़्त नया वजूद, इंसान ने आईने को, हैरत में डाल दिया है...!
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तुम बदलकर तो देखो , हम पलटकर भी न देख़ेगे।।
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काबिलियत इतनी बढ़ाओ की तुम्हे हराने के लिए कोशिश नहीं साजिश करनी पड़े.
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वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही, वो यादें क्या जिसमे तुम नही, और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही!!
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